मंदिर मामले में आर्य समाजों का प्रतिनिधि मंडल डीसी व एसपी से मिला

मंदिर मामले में आर्य समाजों का प्रतिनिधि मंडल डीसी व एसपी से मिला
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प्रशासन ने दिया आश्वासन होगी कठोर कार्यवाही

पलवल
गांव रणसीका में आर्य समाज मंदिर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा किए गए हमले और तोड़फोड़ के मामले को अब आर्य आंदोलन का रूप देने में लगे हैं। पलवल जिले की शहरी और ग्रामीण आर्य समाजों का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को जिला उपायुक्त हरीश कुमार वशिष्ठ और पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला से मिला। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और जिस आर्य समाज की जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अस्थाई रूप से कब्जा किया हुआ है, उसे खाली कराया जाए। डीसी और एसपी ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्त में होंगे और जमीन भी कब्जा मुक्त होगी तथा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मौका मुआयना करके उचित कार्यवाही की जाए। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के सदस्य राजदेव आर्य ने कहा हमें पूरा विश्वास है कि प्रशासन पीड़ित को न्याय देने का काम करेगा और दोषियों पर कठोर कार्यवाही होगी। यदि प्रशासन कहीं भी कोई ढिलाई करता है तो आर्य समाज आंदोलन करने को विवश होगा। उन्होंने बताया कि आर्य समाज मंदिर का भवन वर्ष 2000 में बना था और तब से लेकर अभी तक उसकी छत का पानी पीछे छोड़ी गई जगह में निकलता था। मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जमीन को हड़पने की नियत से उस पर टीन शेड डालकर कब्जा किया हुआ और माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रतिनिधि मंडल में विजेन्द्र आर्य, बुधराम तेवतिया, यशपाल मंगला, कर्मवीर गहलोत, इंद्रदेव आर्य, अशोक पराशर, सुरेन्द्र आर्य, नरेन्द्र शास्त्री, रामेश्वर आर्य, शिवचरण आर्य, उदयमुनि, करण सिंह आर्य, ठाकुरलाल आर्य, मोतीराम शर्मा, धर्मवीर आर्य, बलवीर आर्य, ताराचंद आर्य, सोहनपाल आर्य, दिनेश आर्य, कमल सिंह पुंडीर, विकाश आर्य, गजराज आर्य, वीरेन्द्र आर्य, रोहित कौशिक व अजय चौहान सहितआर्य समाजों के प्रतिनिधि व प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।