बाल भवन पलवल में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर जागरूकता शिविर संपन्न
पलवल
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज बाल भवन पलवल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) पलवल द्वारा दिव्यांग बच्चों, महिलाओं और अभिभावकों के लिए विशेष विधिक एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को उनके कानूनी अधिकारों, संरक्षण की गारंटी, सरकारी योजनाओं और न्याय तक सरल पहुँच के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चला, जिसमें सभी आयु वर्ग के बच्चों एवं अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में अधिवक्ता संजय वर्मा के साथ जिला बाल कल्याण अधिकारी श्रीमती सुरेखा डागर, रोजगार कार्यालय से डॉ. नेहा सिंह और डिप्टी सुपरिंटेंडेंट विनोद कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने दिव्यांग बच्चों के अधिकारों, शिक्षा, पुनर्वास, और समाज में गरिमापूर्ण स्थान सुनिश्चित करने के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।अधिवक्ता संजय सिंह वर्मा ने मंच से दिव्यांग व्यक्तियों को उपलब्ध प्रमुख सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी, जिनमें दिव्यांग पेंशन योजना ₹3,000 प्रतिमाह, गैर स्कूली दिव्यांग बच्चों के लिए ₹1,200 प्रतिमाह सहायता, दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए कक्षा के अनुसार छात्रवृत्ति, सहायक उपकरण, विशेष प्रशिक्षण और पुनर्वास सेवाओं की सुविधाएँ शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि NALSA, HALSA और DLSA द्वारा पात्र व्यक्तियों को अदालतों में मुफ़्त कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक निःशुल्क पैनल अधिवक्ता उपलब्ध होते हैं। शिविर के दौरान दिव्यांग बच्चों, महिलाओं और अभिभावकों ने सरकारी सहायता, कानूनी शिकायत प्रक्रिया और अधिकारों से संबंधित कई प्रश्न पूछे, जिनका समाधान मौके पर ही अधिवक्ता संजय सिंह वर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संवादात्मक सत्र अत्यंत प्रभावशाली रहा, जिसमें प्रतिभागियों को व्यवहारिक व स्पष्ट कानूनी जानकारी प्रदान की गई। कैंप में PLV आशा देवी भी संजय सिंह वर्मा के साथ उपस्थित रहीं और प्रति भागियों के साथ समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन पर संदेश दिया गया कि समाज तभी प्रगतिशील बन सकता है जब दिव्यांग व्यक्तियों को सम्मान, समान अवसर और सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ प्रदान किया जाए तथा हर परिवार और संस्था इस दिशा में संवेदनशीलता के साथ योगदान दे।