मुख्यमंत्री 6 सितंबर को पुनर्निर्माण पलवल जिला विकास परियोजना का करेंगे शुभारंभ

पलवल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 6 सितंबर को धानुका एग्रीटेक अनुसंधान एवं तकनीकी केंद्र गांव सिहोल पलवल में कृषि के माध्यम से भारत का पुनर्निर्माण पलवल जिला विकास परियोजना का शुभारंभ करेगें। मुख्यमंत्री द्वारा 10 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाएगा इसके अलावा बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट को भी प्रशंसा पत्र वितरित किये जायेंगे। धानुका एग्रीटेक अनुसंधान एवं तकनीकी केंद्र के सलाहकार एवं बागवानी विभाग हरियाणा के पूर्व निदेशक डॉ. बी.एस.सहरावत ने जानकारी देते हुए बताया कि धानुका एग्रीटेक अनुसंधान एवं तकनीकी केंद्र द्वारा पलवल जिले के सभी गांवों को गोद लिया गया है। जिसके तहत गांवों में जाकर खेतों की मिट्टी के नमूने एकत्रित किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि मिट्टी के नमूनों की लेबोरेटरी में निशुल्क जांच की जाएगी। जांच के उपरांत किसानों को उनके फोन पर मैसेज दिया जाएगा कि मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कमी है। किसानों को उचित मात्रा में खाद एवं कीटनाशक डालने की सलाह दी जाएगी। उन्होंने बताया कि धानुका एग्रीटेक अनुसंधान एवं तकनीकी केंद्र के साइंटिस्ट किसानों के खेतों पर जाकर फसलों से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान करेगें।
डॉ. बी.एस.सहरावत ने बताया कि पलवल जिले की भूमि का पीएच लेवल 8.5 के करीब है। भूमि का पीएच लेवल काफी बढ़ा हुआ है। जिसका असर फसलों के उत्पादन पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मिट्टी का पीएच लेवल उसकी अम्लीयता या क्षारीयता का माप है। अधिकांश पौधों की वृद्धि के लिए 6.5 से 7.5 के बीच का पीएच स्तर अच्छा माना जाता है। क्योंकि इस पीएच पर पौधे पोषक तत्वों को सबसे अच्छी तरह अवशोषित कर पाते है। उन्होंने कहा कि जब तक भूमि का पीएच लेबल ठीक नहीं किया जाएगा भूमि की उर्वरक शक्ति नहीं बढ़ सकती है। इसलिए किसानों को भूमि के पीएच लेवल को ठीक करने के लिए फसल विविधीकरण पर विशेष ध्यान देना चाहिए।