बिना समाधान के ही, समाधान शिविरों में हो रहा शिकायतों का निपटान

बिना समाधान के ही, समाधान शिविरों में हो रहा शिकायतों का निपटान
सड़कों के साथ-साथ खुले हुए मैनहोल व सीवरेज के ढक्कन

पलवल
सरकार द्वारा आमजन की समस्या को सुनने और उस पर कार्यवाही करने के लिए उपमंडल स्तर पर समाधान शिविर लगाने शुरू किए। लेकिन अब यह समाधान शिविर केवल दिखावा मात्र बनकर रहे गए हैं। शिविर में आने वाली शिकायतों पर अधिकारी बिना कोई कार्यवाही किए ही झूठी रिपोर्ट बनाकर दफ्तर दाखिल करने की सिफारिश कर रहे हैं।ऐसा ही एक मामला हथीन में आयोजित समाधान शिविर में आया। समाजसेवी गजराज सिंह ने शहर में टूटे हुए सीवर के मैनहोल और वाटर सप्लाई के वाल्व के लिए किए हुए गड्ढे की शिकायत सात अगस्त को आयोजित समाधान शिविर में हथीन एसडीएम गुरमीत सिंह से की थी। एसडीएम ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी को शिकायत के समाधान के लिए आदेश भी दिए थे। लेकिन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारी ने बिना किसी कार्यवाही के ही पत्र क्रमांक नंबर 1727 दिनांक 12 अगस्त को झूठी रिपोर्ट पेश कर शिकायत को दफ्तर दाखिल करने की सिफारिश की। सोमवार को जिसकी शिकायत एसडीएम हथीन से गजराज सिंह ने की और जांच की मांग की। बता दें कि शहर के कुंडा मंदिर रोड, खोंटा मंदिर रोड, साहिब जी मंदिर तालाब के निकट, वार्ड नंबर एक फिरनी, वार्ड नंबर पांच में रींडका रोड फिरनी, वार्ड नंबर आठ में जयप्रकाश की चक्की और रोहतास की दुकान वाली सड़क पर सीवर के मैनहोल टूटे पड़े हैं, तो कहीं सड़कों से ऊपर निकले हुए हैं। जिससे सड़कों से निकलने वाले लोगों, स्कूली बच्चों और मंदिर को जाने वाले श्रद्धालुओं को दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। शिकायत कर्ता ने कहा है कि यह गहन जांच का विषय भी है, आखिरकार आए दिन ये सीवर के मैनहोल कैसे टूट जाते हैं। भेजने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए। सीवर के मैनहोल की क्वालिटी इतनी ख़राब है कि ढक्कन लगने के अगले दिन ही नीचे बैठ जाते और टूट जाते हैं। विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा ठेकेदार से मिलीभगत करके किसी बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि झूठी रिपोर्ट बनाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।