साईबर थाना पलवल ने बिहार से अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के 10 आरोपियों को दबोचा

पलवल
साइबर थाना पलवल पुलिस ने 1500 किलोमीटर दूर जोगबानी, बिहार (नेपाल बॉर्डर) से अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित देश के अलग-अलग राज्यों में 100 से अधिक साइबर धोखाधड़ी के मामलों में शामिल थे, जिनमें करोड़ों रुपये की ठगी की गई थी।आरोपित कंबोडिया से चलने वाले साइबर ठगी के गिरोह के लिए काम करते थे। कंबोडिया से चलने वाले गिरोह लोगों को टेलीग्राम ग्रुप से जोड़कर कई गुना मुनाफे का झांसा देता। इसके बाद जब लोग इनके झांसे में आ जाते। इसके बाद लोगों के पैसे निवेश के नाम पर लगवाकर ठगी की जाती। गिरफ्तार सभी आरोपित साइबर ठगी के पैसे अपने खातों में डलवाते और यह राशि कंबोडिया भेज देते। इसके बदले में आरोपितों को 20 प्रतिशत कमीशन मिलता। यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब पलवल के मानपुर गांव के हर्ष कुमार ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत कर्ता के अनुसार उन्हें टेलीग्राम पर एक ग्रुप में जोड़ा गया, जहां उन्हें निवेश पर पैसे दोगुने करने का लालच दिया गया।आरोपियों ने हर्ष से अलग-अलग बैंक खातों में 10,657 रुपये जमा करवाए। जब हर्ष ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उनसे 'हेज' और अन्य टैक्स के नाम पर और पैसे जमा करने के लिए कहा गया। इसी के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही साइबर थाना टीम ने तकनीकी विश्लेषण और बैंक खातों के विवरण की गहन जांच की। इसके बाद, टीम 1500 किलोमीटर दूर जोगबानी, बिहार (नेपाल बॉर्डर) पहुंची और 23 अगस्त को इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में
यश परिहार, विजय उपाध्याय, सोजस नाथ, रवि सिंह, भागचंद, गजेंद्र सिंह सैनी, जिरनजीत दास, नरेंद्र सिंह, पंकज देवड़ा, रोहित भार्गव को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 27 मोबाइल फोन, 9 पासबुक और 5 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। बरामद किए गए मोबाइल और बैंक खातों की जांच से पता चला है कि नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर उनके खिलाफ करीब 100 शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस अब इन आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है और उनसे और भी वारदातों का खुलासा होने की उम्मीद है। इसके लिए पुलिस रिमांड की प्रक्रिया जारी है।