राजकीय माध्यमिक विद्यालय मंडकोला में मनाया गया हिंदी दिवस
पलवल
राजकीय माध्यमिक विद्यालय मंडकोला में हिंदी दिवस मनाया गया। हिंदी पखवाड़ा के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बताया गया कि हिंदी भाषा से ही राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। बताया गया कि भारत के अलावा दुनिया के अधिकांश देशों में हिंदी बोली व समझी जाती हैं। कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास, फिल्म, गानों से पूरी दुनियां में हमारी पहचान हिन्दी से बनी हुई है, ये शब्द आचार्य राजेश शास्त्री ने विद्यालय में मना रहे हिंदी पखवाड़े में कहे। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की नींव उस राष्ट्र की राष्ट्रभाषा और संकल्प शक्ति पर टिकी होती है। उन्होने कहा कि संकल्प विदेशी भाषा में नहीं लिए जाते। विदेशी भाषा में संकल्प कभी पूरे नहीं होते। राजेश ने बताया कि बिना राष्ट्र भाषा के राष्ट्र गूंगा है। सवाल सिर्फ हिंदी भाषा का नहीं है सवाल अपने राष्ट्र के सम्मान का हैं, स्वाभिमान का है। आचार्य राजेश ने बच्चों को अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी राष्ट्र की आधारशिला है। हमें हिंदी का प्रयोग हिंदी में एक से सौ तक गिनती, अपने हस्ताक्षर मातृ भाषा हिंदी में करने चाहिए। शादी कार्ड व अन्य निमंत्रण कार्ड हिंदी में छपवाने चाहिए। जिससे हमें हिंदी राष्ट्रभाषा को सम्मान मिले। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी और द्वारिका से अरुणाचल प्रदेश तक हिंदी भाषा को पढ़ा और लिखा जाता है। पूरी दुनिया की भाषाओं में हिंदी का दूसरा स्थान है। उन्होंने स्कूल में बताया कि आपस में मेलजोल बनाने की भाषा हिंदी है। यह हमारी मां की भाषा है हमें इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने स्कूल में निबंध प्रतियोगिता, लेखन, कविता, कहानी की प्रतियोगिता कराई। इस अवसर पर स्कूल के हेड राजकुमार, वेदपाल, सूबे सिंह, राकेश शास्त्री, कर्ण सिंह, अनीता, सरोज, कविता, सुषमा आदि उपस्थित रहे।