नागरिक अस्पताल पलवल में एक अगस्त को होगी मॉक ड्रिल : उपायुक्त

नागरिक अस्पताल पलवल में एक अगस्त को होगी मॉक ड्रिल : उपायुक्त
उपायुक्त डॉ हरीश कुमार वशिष्ठ मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर अधिकारियों से विचार-विमर्श करते हुए।
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मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ की बैठक
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इस अभ्यास में अधिक संख्या में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को जाएगा जोड़ा

पलवल
पलवल के नागरिक अस्पताल में 1 अगस्त को सुबह 9 बजे एनडीआरएफ की तरफ से आयोजित की जाने वाली मॉक ड्रिल को लेकर बुधवार को जिला सचिवालय के सभागार में उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान मॉक ड्रिल को लेकर की जाने वाली तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि हरियाणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ मिलकर 1 अगस्त को पूर्ण पैमाने पर मॉक ड्रिल ‘अभ्यास सुरक्षा चक्र’ का आयोजन किया जाएगा। इस अभ्यास में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 18 जिलों के साथ-साथ भारतीय सेना के पश्चिमी कमान मुख्यालय और दिल्ली क्षेत्र मुख्यालय की भागीदारी शामिल है। उन्होंने बताया कि यह व्यापक आपदा प्रबंधन अभ्यास पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए 1 अगस्त, 2025 तक चार दिवसीय पहल के तहत चल रहा है, जिसका उद्देश्य भूकंप और औद्योगिक रासायनिक खतरों जैसी बड़े पैमाने की आपदाओं की स्थिति में वास्तविक समय की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं का गहन मूल्यांकन और सुदृढ़ीकरण करना है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, एसडीएम ज्योति, एसडीएम बेलीना, डीडीपीओ उपमा अरोड़ा, एनडीआरएफ की तरफ से सहायक सेनानी सरोज रानी, शिवकुमार सिंह, उप निरीक्षक मोहन व कपिल कुमार आदि मौजूद रहे। उपायुक्त ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य अंतर-एजेंसी समन्वय को मजबूत करना, मौजूदा आपदा प्रबंधन योजनाओं को मान्य करना और प्रशासन, सशस्त्र बलों, आपातकालीन सेवाओं और सामुदायिक हितधारकों, सभी स्तरों पर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली को शामिल करते हुए एक एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से वास्तविक समय की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं का कठोर परीक्षण करना, आपातकालीन सहायता कार्यों को मजबूत करना और संसाधन अंतराल की पहचान करना है। उपायुक्त ने बताया कि भूकंप, बाढ़ और आगजनी जैसी आपातकाल स्थिति में बचाव और राहत कार्यों को लेकर मॉक ड्रिल का अभ्यास बहुत आवश्यक हो जाता है। मॉक ड्रिल के माध्यम से हम आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग हो जाते हैं और इस दौरान सामने आई कमियों को पूरा करने का समय भी मिल जाता है। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल में रेडक्रॉस सोसायटी, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के साथ-साथ सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को भी अधिक से अधिक संख्या में शामिल किया जाए। उन्होंने मॉक ड्रिल को लेकर सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने आमजन से सचेत मोबाइल ऐप डाउनलोड करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि सचेत मोबाइल ऐप आमजन को संभावित आपदा की स्थिति से आगाह करने के लिए अधिकृत सरकारी स्रोतों औरअधिकारियों से चेतावनी प्रदान करता है। इसके अलावा, ऐप दिनप्रतिदिन के मौसम अपडेट के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से मौसम रिपोर्ट और पूर्वानुमान प्रदान करता है। यह ऐप सीएपी फॉर्मूले का उपयोग कर विभिन्न आपदाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है।