ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से पलवल जेल में कैदियों को बांधी गई राखियां

पलवल
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से पलवल जेल में कैदियों को राखी बांधी गई व उनको राखी का आध्यात्मिक रहस्य बताया गया। पलवल सेंटर की अध्यक्षा आदरणीय ब्रह्माकुमारी राज बहनजी ने बताया कि सच्ची राखी का पर्व तभी हम मना पाएंगे जब जीवन की कोई भी एक बुराई आज त्याग दें। जब बुराई त्याग देंगे तो सदा के लिए हमारा मुख मीठा हो जाएगा। इस अवसर पर ब्रह्मा कुमार राजेंद्र भाई ने भी कैदियों को बताया कि यहां हम बाहर की दुनिया से फ्री हो गए हैं तो अब अपने जीवन का अध्ययन करें और आध्यात्मिकता को जीवन में अपने ईश्वर को या अल्लाह को याद कर उससे संबंध जोड़ अपने नकारात्मक विचारों को परिवर्तन कर जीवन शैली सकारात्मक बनाएं, जिससे हम समाज में अपनी एक नई पहचान बना सके। इस अवसर पर प्रोफेसर महेश शर्मा ने कहा कि पहले विचार मन में आता है फिर कर्म में आता है, मां के विचार को परिवर्तन करने के लिए राजयोग की शिक्षा की जरूरत है। ब्रह्माकुमारी रानी बहन ने भी अपने जीवन के अनुभव से कहा कि यदि व्यक्ति परमात्मा ध्यान करें तो कोई भी गलत कार्य जीवन में हो ही नहीं सकता। इसलिए हमेशा परमात्मा को सामने रख काम करने से पहले कर्म के रिजल्ट को देखें तो हम गलत कार्य कर ही नहीं सकते हैं। इसके पश्चात सभी स्टाफ को भी राखी बांधी गई।