13 अगस्त को आनन्दशाला में मंथन करेंगे देश के 20 कुलगुरु

पलवल
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में बुधवार 13 अगस्त को एक दिवसीय आनन्दशाला का आयोजन किया जाएगा। भारतीय शिक्षण मंडल और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस आनन्दशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 20 कुलगुरु हिस्सा लेंगे और देश के कई बड़े शिक्षाशास्त्री इसका हिस्सा होंगे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सोमवार को इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मंत्री गौरव गौतम मुख्यातिथि के रूप में इसका उद्घाटन करेंगे, जबकि समापन पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा मुख्यातिथि होंगे। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि एनईटीएफ के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल डी. सहस्रबुद्धे और भारत सरकार के कैपेसिटी बिल्डिंग के सदस्य डॉ. आर बालासुब्रमण्यम विशिष्ट अतिथि रहेंगे। भारतीय शिक्षण मंडल के नेशनल ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री बी आर शंकरानन्द मुख्य वक्ता होंगे। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति व मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी डॉ. राज नेहरू और भारतीय ज्ञान संपदा के प्रमुख प्रोफेसर राजेन्द्र अनायत विशेष वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन रखेंगे। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि इस आनन्दशाला में शैक्षणिक नेतृत्व और प्रशासन की पुनर्कल्पना के संबंध में भारतीयता प्रेरित व्यवहारिक दृष्टिकोण पर मंथन होगा।उन्होंने कहा कि भारतीय आदर्श में शिक्षक का कर्तव्य केवल क्लास टीचिंग नहीं है, बल्कि विद्यार्थी का सही अर्थों में सर्वांगीण विकास प्रमुख उद्देश्य है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षण मंडल मिल कर इस दिशा में कार्य कर रहे हैं, कि शिक्षण के उच्च स्तरीय मॉडल में भारतीय ज्ञान परम्परा और उच्च जीवन मूल्यों का समावेश हो। शिक्षा का अर्थ केवल रोजगार प्राप्ति नहीं, बल्कि ज्ञान अर्जित करते हुए व्यक्तित्व विकास भी हो। उच्च शिक्षा और प्रशासनिक दक्षता में भारतीयता झलके और उसका व्यवहारिक स्वरूप क्रियान्वित हो इस उद्देश्य से यह एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हो रही है। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि देश भर से सम्मिलित होने वाले कुलपति और शिक्षा जगत के विद्वानों के विचार मंथन से जो निष्कर्ष निकलेगा, वह भविष्य के लिए रोड मैप साबित होगा।
कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ग्लोब के लिए प्रशिक्षित युवा तैयार कर रहा है। आने वाले समय में यह युवा देश और दुनिया में कौशल आधारित रोजगार अर्जित करेंगे। इसलिए सभी विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय में एक विदेशी भाषा अनिवार्य की गई है, ताकि वह अंतरराष्ट्रीय अवसरों को भुना सकें। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य से कौशल पर आधारित 54 प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। निकट भविष्य में कौशल आधारित कई अन्य प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। उसके लिए देश के कई बड़े संस्थानों के साथ समन्वय चल रहा है। उन्होंने बताया कि हमारे 8 प्रोग्राम ऐसे हैं, जिनमें शत प्रतिशत प्लेसमेंट हुआ है, जबकि ओवरऑल प्लेसमेंट भी हर वर्ष 80 फीसदी से ऊपर रहता है। अभी साढ़े 3 हजार से अधिक विद्यार्थी कौशल प्रोग्राम में हैं, जल्दी ही यह आंकड़ा 5 हजार हो जाएगा और भविष्य में इसे 10 हजार तक ले जाने का लक्ष्य है। जल्दी ही उद्यमिता विकसित करने के लिए भी एक प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने भी उद्यमिता से जुड़े सुपर-30 प्रोग्राम सहित कई अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आनन्दशाला की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी एवं उप कुलसचिव चंचल भारद्वाज, ग्रीन टेक्नोलॉजी के चेयरपर्सन डॉ.सुनील कुमार गर्ग और कुलगुरु के विशेष कर्तव्य अधिकारी संजीव तायल भी उपस्थित थे।
फोटो परिचय - प्रेस वार्ता को संबोधित करते श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार